( फ )

फलनेवाला या फल (ठीक परिणाम) देनेवाला- (फलदायी)

फल-फूल खाने वाला- (शाकाहारी)

फेन से भरा हुआ- (फेनिल)

फेंककर चलाया जाने वाला हथियार- (अस्त्र)

( ब )

बुरा (दुर्) आग्रह- (दुराग्रह)

बुरे आचरण वाला- (दुराचारी)

बुरे चरित्र वाला- (दुश्चरित्र)

बच्चों के लिए काम की वस्तु- (बालोपयोगी)

बिलकुल बरबाद हो गया हो- (ध्वस्त)

बहुत तेज चलने वाला- (द्रुतगामी)

बिना वेतन का- (अवैतनिक)

बीता हुआ- (अतीत)

बेचनेवाला- (विक्रेता)

बिना आयास (परिश्रम) के- (अनायास)

बिना पलक गिराये- (एकटक)

बिना अंकुश का- (निरंकुश)

बिना पलक गिराये हुए- (अनिमेष)

बिना वेतन के कार्य करने वाला- (अवैतनिक)

बालक से वृद्ध तक- (आबालवृद्ध)

बेलों आदि से घिरा हुआ सुरम्य स्थान- (कुंज)

बहुत गप्पे हाँकनेवाला-(गपोड़िया)

बहुत सी घटनाओं का सिलसिला- (घटनावली, घटनाक्रम)

बरसात के चार महीने- (चतुर्मास)

बहुत डरनेवाला- (डरपोक)

बहुत दूर की बात पहले से ही सोच लेने वाला- (दूरदर्शी)

बहुत चंचल, दुष्ट और अपनी प्रशंसा करने वाला नायक- (धीरोद्धत)

बिना पलक गिराये हुए- (निर्निमेष)

बच्चा जनने वाली स्त्री- (प्रसूत)

बहुत-सी भाषाओं को बोलने वाला- (बहुभाषाभाषी)

बहुत-सी भाषाओं को जानने वाला- (बहुभाषाविद)

बहुत से रूप धारण करने वाला- (बहुरूपिया)

बहुत बोलने वाला- (बहुभाषी)

बच्चों को सुलाने के लिए गाया जाने वाला गीत- (लोरी)

बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच का समय- (वयः सन्धि)

बिक्री करनेवाला- (विक्रेता)

बोलने की इच्छा- (विवाक्षा)

बिजली की तरह तीव्र वेग वाला- (विघुतवेग)

बिना माता-पिता का- (अनाथ)

बंधक रखा हुआ- (आधीकृत)

बुरी बुद्धिवाला- (कुबुद्धि)

बाँचनेवाला- (वाचक)

बोलनेवाला- (वक्ता)

बुरे मार्ग पर चलनेवाला- (कुमार्गगामी)

बिना तार की वीणा- (कोलंबक)

बालुकामय किनारा- (सैकत)

बिना विचार किए विश्वास करना- (अंधविश्वास)

बार-बार बोलना- (अनुलाप)

बेरों के जंगल में जनमा- (बादरायण)

बालक से लेकर वृद्ध तक- (आबालवृद्ध)

बच्चे को पहले-पहल अन्न खिलाना- (अन्नप्राशन)

बिजली की तरह कान्ति (चमक) वाला-(विधुत्प्रभ)

( भ )

भली प्रकार से सीखा हुआ- (अभ्यस्त)

भलाई चाहने वाला- (हितैषी)

भविष्य में होनेवाला- (भावी)

भौहों के बीच का ऊपरी भाग- (त्रिकुटी)

भोजन करने की इच्छा- (बुभुक्षा)

भविष्य में होनेवाला- (भावी)

भूतों का ईश्वर- (भूतेश)

भेड़ का बच्चा- (मेमना)

भलाई की इच्छा रखने वाला- (हितैषी)

भूत-वर्तमान-भविष्य को देखने (जानने) वाले- (त्रिकालदर्शी)

भारतवर्ष का उत्तरी भाग- (आर्यावर्त)

भूख से व्याकुल- (क्षुधातुर)

( म )

मास में एक बार आने वाला- (मासिक)

मांस न खाने वाला- (निरामिष)

मांस खाने वाला – (मांसाहारी)

मछली की तरह आँखों वाली- (मीनाक्षी)

मयूर की तरह आँखों वाली- (मयूराक्षी)

मरण तक- पेय

मिष्ट या मधुर भाषण करनेवाला- (मिष्टभाषी, मधुरभाषी)

मन की वृत्ति (अवस्था)- (मनोवृत्ति)

मरण तक- आमरण

मेघ की तरह नाद करनेवाला- (मेघनाद)

महीने के किसी पक्ष की चौथी तिथि- (चतुर्थी)

मूल बातों को संक्षेप में लिखना- (टिप्पणी)

मछली पकड़ने या बेचने वाली जाति विशेष- (धीवर)

मनन करने योग्य- (मननीय)

मित (कम)बोलने वाला- (मितभाषी)

माता की हत्या करनेवाला- (मातृहंता/मातृघाती)

मरने की इच्छा- (मुमूर्षा)

मुँह पर निकलने वाली फुंसियाँ- (मुँहासे)

मेघ की तरह नाद करनेवाला- (मेघनाद)

महल का भीतरी भाग- (अन्तःपुर)

मनपसन्द या नामांकित- (मनोनीत)

मांस आहार या भोजन करनेवाला- (मांसाहारी/मांसभोजी)

मोहजनित प्रेम- (आसक्ति)

माँ-बहन संबंधी गाली- आक्षारणा

मंत्र-द्वारा देवता को बुलाना- (आवाहन)

मध्य रात्रि का समय- (निशीथ)

मोक्ष या मुक्ति की इच्छा रखनेवाला- (मुमुक्षु)

मरने के करीब- (मुमूर्षु/मरणासन्न)

महान व्यक्तियों की मृत्यु- (निधन)

मनोहर गन्ध- (परिमल)

मुख को सुंगधित करनेवाला पान- (मुखवासन)

मछली रखने का पात्र- (कुवेणी)

मछली मारने का काँटा- (वडिश)

मानसिक भाव छिपाना- (अवहित्था)

मर्यादा का उल्लंघन करके किया हुआ- (अतिकृत)

मिठाई बनाने और बेचने वाला- (हलवाई)

( य )

यात्रा करनेवाला- (यात्री)

यशवाला- (यशस्वी)

युद्ध में स्थिर रहता है- (युधिष्ठिर)

याचना करनेवाला- (याचक)

युग का निर्माण करनेवाला- (युगनिर्माता)

यात्रियों के लिए धर्मार्थ बना हुआ घर- (धर्मशाला)

यश वाला- (यशस्वी)

युद्ध का जहाज- (युद्धपोत)

युद्ध की इच्छा रखने वाला- (युयुत्सा)

यथार्थ (सच) कहनेवाला- (यथार्थवादी)

( र )

राज्य के अधिपति द्वारा जारी किया गया वो आधिकारिक आदेश जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो- (अध्यादेश)

रोगी की चिकित्सा करने वाला- (चिकित्सक)

रचना करने वाला- (रचयिता)

रात में घूमने वाला- (निशाचर)

रात और सन्ध्या के बीच की वेला- (गोधूलि)

राजनीतिज्ञों एवं राजदूतों की कला- (कूटनीति)

रात और सन्ध्या के बीच का समय- (गोधूलि)

रोगियों की चिकित्सा करने का स्थान- (चिकित्सालय)

रक्त में रँगा हुआ या भरा हुआ- (रक्तरंजित)

रात को दिखाई न देनेवाला रोग- (रतौंधी)

राष्ट्र का प्रमुख- (राष्ट्रपति)

राजा या राज्य के प्रति किया जाने वाला विद्रोह- (राजद्रोह)

( ल )

लौटकर आया हुआ- (प्रत्यागत)

लोक का- (लौकिक)

लेखक द्वारा लिखित अपनी जीवनी- (आत्मकथा)

लाभ की इच्छा- (लिप्सा)

लताओं से आच्छादित रमणीय स्थान- (निकुंज)

लगातार घंटा बजने से होनेवाला शब्द- (टनाटन)

( व )

विधानमंडल द्वारा पारित या स्वीकृत नियम- (अधिनियम)

वह पत्र, जिसमें किसी को कोई काम करने का अधिकार दिया जाय- (अधिपत्र)

वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला शुल्क- (अधिशुल्क)

वह स्त्री जिसका पति दूसरा विवाह कर ले- (अध्गूढा)

विद्या की देवी- (सरस्वती)

वर्षा का अभाव- (अनावृष्टि)

वह पत्र जिसमें किसी को कुछ करने का अधिकार दिया गया हो- (अधिपत्र)

वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो- (आगतपतिक)

वह स्त्री जिसका पति आने वाला है- (आगमिस्यतपतिका)

वह जो अपने आचार से पवित्र है- (आचारपूत)

जहाँ गमन (जाया) न किया जा सके- (अगम्य)

वह कवि जो तत्क्षण कविता कर सके- (आशुकवि)

वह वस्तु जिसका उत्पादन हुआ हो- (उत्पाद)

वह व्यक्ति जो हाथ उठाए हो- (उध्र्वबाहु)

वह बात जो जनसाधरण में चलती आ रही है- (किंवदन्ती)

वह नायिका जो कृष्ण पक्ष में अपने प्रेमी से मिलने जाती हो- (कृष्णाभिसारिका)

वह नायिका जिसका पति रात को किसी अन्य स्त्री के पास रहकर प्रातः उसके पास आता हो- (खंडिता)

वह नाटक जिसमें गीत अधिक हों- (गीतरूपक)

वह कपड़ा जिससे कोई चीज झाड़ी जाय- (झाड़न)

वात, पित्त व कफ- (त्रिदोष)

विवाद या गुटबन्दी से अलग रहने वाला- (तटस्थ/गुटनिरपेक्ष)

विवाह के पश्चात वधू का ससुराल में दूसरी बार आना- (द्विरागमन)

वह स्त्री जिसके पति ने त्याग (छोड़) दिया हो- (परित्यक्ता)

वह शासन प्रणाली जिसमें जन साधारण का शासन हो- (प्रत्युत्पन्नमति)

वह जिससे प्रेम किया जाय- (प्रेमपात्र)

वह नायिका जिसका पति विदेश जाने को है- (प्रवत्स्यपतिका)

वह स्त्री जिसका पति प्रोषित (परदेश गया) हो- (प्रोषितपतिका)

वह पात्र जिसमें शोभा के लिए फूल लगाकर रखे जाते है- (फूलदान)

वह स्त्री जिसमें पृथ्वी के स्वरूप का वर्णन हो- (भूगोल)

वें बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय- (भूमिका/प्राक्कथन)

वह स्थिति जब मुद्रा का चलन अधिक हो- (मुद्रास्फीति)

वह पूँजी जो सम्पत्ति आदि के रूप में हो- (रिक्थ)

वह काव्य जिसका अभिनय किया जाय- (रूपक)

वह शासन प्रणाली जो जनता द्वारा जनता के हित के लिए हो- (लोकतंत्र)

वसुदेव के पुत्र- (वासुदेव)

वासुदेव के पिता- (वसुदेव)

वाडव (सागर) का अनल (आग)- (वाडवानल)

विश्व का पर्यटन करनेवाला- (विश्वपर्यटक)

विधि (कानून) के द्वारा प्राप्त- (विधिप्रदत)

वेतन पर काम करने वाला- (वैतनिक)

विष्णु का भक्त या विष्णु संबंधी- (वैष्णव)

विष्णु का शंख- (पाञ्चजन्य)

विष्णु का चक्र- (सुदर्शन)

विष्णु की गदा- (कौमोदकी)

विष्णु की तलवार- (नन्दक)

विष्णु की मणि- (कौस्तुभ)

विष्णु का धनुष- (शांर्ग)

विष्णु का सारथि- (दारुक)

विष्णु का छोटा भाई- (गद)

वह स्थान जहाँ मुर्दे जलाये जाते है- (श्मशान)

वह पुरुष जिसकी पत्नी साथ है- (सपत्नीक) विष्णु का उपासक या विष्णु से सम्बद्ध- (वैष्ण्व)

(विदेश में) प्रवास करनेवाला- (प्रवासी)

वह जिसकी दृष्टि दूर तक जाय- (दूरदर्शी)

वह जिसकी प्रतिज्ञा दृढ हो- (दृढ़प्रतिज्ञ)

विधि (कानून ) द्वारा प्रदत्त (प्राप्त)- (विधिप्रदत्त)

वृष्टि का अभाव- (अनावृष्टि)

विश्र्वास के योग्य – (विश्र्वसनीय)

विद्या की चाह रखने वाला- (विद्यार्थी)

वह स्थान जहाँ मुर्दे जलाये जाते है- (श्मशान)

(वह पुरुष) जिसकी पति साथ है- (सपतीक)

(वह स्त्री) जिसे पति छोड़ दे- (परित्यक्ता)

वह पहाड़ जिससे आग निकलती हो- (ज्वालामुखी)

विदेश से वस्तुयें मँगाना- (आयात)

वृद्धावस्था से घिरा हुआ- (जराक्रान्त)

वर्षा के जल से पालित- (देवमातृक)

वर्षा सहित तेज हवा- (झंझावात)

व्यक्तिगत आजादी- (स्वतंत्रता)

वीर पुत्रों को जन्म देनेवाली- (वीरप्रसूता)

वीरों द्वारा भोगी जानेवाली- (वीरभोग्या)

विमान चलानेवाला- (वैमानिक)

विनोबा के मत को माननेवाला- (सर्वोदयी)

वृक्षों को जल से थोड़ा सींचना- (आसेक)

वह व्यक्ति जिसके एक के ऊपर दूसरा दाँत हो- (अधिकदन्ती)

वह गणित जिसमें संख्याओं का प्रयोग हो- (अंकगणित)

विपत्ति के समय विधान करने का धर्म- (आपद्धर्म)

व्याकरण जाननेवाला- (वैयाकरण)

( श, स )

शीघ्र नष्ट होने वाला- (क्षणभंगुर)

सब कुछ जानने वाला- (सर्वज्ञ)

सौतेली माँ- (विमाता)

सब कुछ भक्षण करनेवाला- (सर्वभक्षी)

सप्ताह में एक बार होने वाला- (साप्ताहिक)

साहित्य से सम्बन्ध रखने वाला- (साहित्यिक)

सत्य बोलने वाला- (सत्यवादी)

सुख देनेवाला- (सुखद)

समान उदर से जन्म लेनेवाला- (सहोदर)

सेवा से सम्बद्ध- (साहित्यिक)

शक्ति के अनुसार- (यथाशक्ति)

सबसे प्रिय- (प्रियतम)

सुनने योग्य- (श्रवणीय)

समान (एक ही)उदर से जन्म लेनेवाला- (सहोदर)

सुन्दर हृदयवाला- (सुहृद)

स्त्री-पुरुष का जोड़ा- (दम्पति)

स्वेद से उत्पत्र होनेवाला- (स्वेदज)

शिव का उपासक या शिव से सम्बद्ध- (शैव)

शक्ति का उपासक या शक्ति से सम्बद्ध- (शाक्त)

समाचार पत्र का मुख्य (सम्पादकीय) लेख- (अग्रलेख)

सीमा का अनुचित उल्लंघन- (अतिक्रमण)

सर्वाधिकार सम्पन्न शासक या अधिकारी- (अधिनायक)

सरकार द्वारा प्रकाशित या सरकारी बजट में छपी सूचना- (अधिसूचना)

संसार में सबका प्रिय- (लोकप्रिय)

शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना- (अपरिग्रह)

शरीर का कोई भाग- (अवयव)

सरकार द्वारा दूसरे देश की तुलना में अपने देश की मुद्रा का मूल्य कम कर देना- (अवमूल्यन)

सीमा का उल्लंघन करना- (अतिक्रमण)

सामाजिक एवं प्रशासनिक अनुशासन की क्रूरता से उत्पत्र स्थिति- (आतंक)

सर्वप्रथम मत को प्रवर्तित करने वाला- (आदिप्रवर्तक)

सेतुबंध रामेश्वरम से हिमालय तक- (आसेतुहिमालय)

सूर्य जिस पर्वत के पीछे निकलता है- (उदयाचल)

सूर्योदय से पहले का समय- (उषाकाल)

सारे संसार के देशों की खेल प्रतियोगितायें- (ओलम्पिक)

सेना में रहने का स्थान- (छावनी)

सहसा छिपकर आक्रमण करने वाला- (छापामार)

सिक्के ढालने का कारखाना- (टकसाल)

स्थल या जल का वह तंग या पतला भाग जो स्थल या जल के दो बड़े खंडों को मिलाता है- (डमरूमध्य)

सत्व, रज व तम- (त्रिगुण)

स्वर्गलोक, मृत्युलोक और पाताललोक- (त्रिभुवन/त्रिलोक)

शीतल, मन्द व सुगन्धित वायु- (त्रिविधवायु)

स्त्री-पुरुष का जोड़ा/पति-पत्नी का जोड़ा- (दम्पती)

सदा प्रसन्न रहने वाली या कला-प्रेमी नायक- (धीरललित)

शक्तिशाली, दयालु और योद्धा नायक- (धीरोदात्त)

शासकीय अधिकारियों का शासन- (नौकरशाही)

शरीर के एक पार्श्व का लकवा- (पक्षाघात)

समान रूप से आगे बढ़ने की चेष्टा- (प्रतिस्पर्द्धा)

शक्ति के अनुसार- (यथाशक्ति)

स्पष्टीकरण के लिए दिया जाने वाला वक्तव्य- (विवृति)

सौ वर्ष का समय- (शताब्दी)

शत्रु का नाश करने वाला- (शत्रुघ्न)

सौ में सौ- (शतप्रतिशत)

शयन (सोने) का आगार (कमरा)- (शयनागार)

शरण में आया हुआ- (शरणागत)

सदैव रहने वाला- (शाश्वत)

सिर पर धारण करने योग्य- (शिरोधार्य)

संगीत के छः राग- (षटराग)

सोलह वर्ष की लड़की- (षोडशी)

सड़ी हुई वस्तु की गन्ध- (सराँध)

सहन करना जिसका स्वभाव है- (सहनशील)

सबको जीतने वाला- (सर्वजीत)

सब कुछ खाने वाला- (सर्वभक्षी)

सत्य के प्रति आग्रह- (सत्याग्रह)

समान वयवाला- (समवयस्क)

समान (एक ही) उदर से जन्म लेनेवाला- (सहोदर)

सब लोगों से सम्बन्ध रखने वाला- (सार्वजनिक)

सरस्वती का भक्त या सरस्वती से संबद्ध- (सारस्वत)

सब कालों में होनेवाला- (सार्वकालिक)

सब देशों से सम्बद्ध- (सार्वदेशिक)

समस्त पृथ्वी से सम्बन्ध रखने वाला- (सार्वभौमिक)

साहित्य से सम्बन्धित- (साहित्यिक)

सिंह का बच्चा- (सिंहशावक)

सुन्दर हृदय वाला- (सुहृदय)

स्वेद (पसीने) से उत्पन्न होने वाला- (स्वेदज)

स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद का- (स्वातन्त्र्योत्तर)

समय से संबंधित- (सामयिक)

शीघ्र चलने वाला- (द्रुतगामी)

शयन करने की इच्छा- (सुषुप्सा)

सिर से लेकर पैर तक- (आपादमस्तक)

स्वप्न में बकझक करना- (उचावा)

शासन हेतु नियमों का समूह- (संविधान)

सोने-जैसे रंगवाला- (सुनहला)

सतो गुण का- (सात्त्विक)

सीपी, बाँसी, सूकरी, करी, धरी और नरसल से बनी माला- (बैजयन्तीमाला)

समान समय में होनेवाला- (समसामयिक)

सोलहो कलाओं से युक्त चाँद- (राका)

सफेदी लिए हुए लाल रंग- (पाटल)

स्थिर रहनेवाली वस्तु- (स्थावर)

श्रद्धा से जल पीना- (आचमन)

सेना के आगे लड़नेवाला योद्धा- (अग्रयोधा)

शीघ्रता का अभाव- (अत्वरा)

स्वर्ग की वेश्या- (अप्सरा)

सोना, चाँदी पर किया गया रंगीन काम- (मीनाकारी)

( ह )

हाथी को हाँकने का लोहे का हुक- (अंकुश)

हिंसा करने वाला- (हिंसक)

हित चाहने वाला- (हितैषी)

हित न चाहनेवाला- (अनहितू)

हाथ से लिखा हुआ- (हस्तलिखित)

हमेशा सत्य बोलने वाला- (सत्यवादी)

हाथ में चक्र धारण करनेवाला- (चक्रपाणि)

हवा में मिली हुई धूल या भाप के कारण होने वाला अँधेरा- (धुन्ध)

हाथ का लिखा हुआ- (हस्तलिखित)

हृदय को विदीर्ण करने वाला- (हृदयविदारक)

हंस के समान सुंदर मंद गति से चलने वाली स्त्री- (हंसगामिनी)

हत्या करनेवाला- (हत्यारा)

हाथ की लिखी पुस्तक या मसौदा- (पांडुलिपि)

होठों पर चढ़ीपान की लाली- (अधरज)

हिन्द की भाषा- (हिन्दी)

( क्ष त्र ज्ञ )

क्षमा पाने योग्य- (क्षम्य)

क्षण भर में नष्ट होने वाला- (क्षणभंगुर)

क्षण भर में भंग (नष्ट) होनेवाला- (क्षणभंगुर)

क्षुधा से आतुर- (क्षुधातुर)

ऋषियों के रहने का स्थान- (आश्रम)

ऋण के रूप में आर्थिक सहायता-(तकावी)

ज्ञान देने वाली- (ज्ञानदा)

ज्ञान देनेवाला- (ज्ञातव्य)

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